नई दिल्ली, नए प्रकार के कोरोना वायरस की चिंताओं के कारण, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने मंगलवार को कहा कि कोरोना के इलाज के लिए उपचार विधियों के उपयोग में सावधानी बरतना जरुरी है, अन्यथा वायरस के लिए प्रतिरक्षा बन सकता है। दबाव में और यह अपनी उपस्थिति बदल सकता है।
ICMR के प्रमुख बलराम भार्गव ने कहा कि वायरस की प्रकृति समय-समय पर बदलती रहती है। हालांकि, कई बदलाव के बाद इस चिंता पैदा कर सकता है के रूप में ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए रूप के मामले में हुआ है। यह लगभग 60 प्रतिशत अधिक संक्रमण फैलाता है। उन्होंने कहा, ‘हम ध्यान से हमें है कि उपचार का उपयोग करने के लाभ है। यदि कोई लाभ नहीं है तो हमें दूसरी विधि का उपयोग नहीं करना चाहिए। अन्यथा, इस वायरस की प्रतिरक्षा प्रणाली पर काफी दबाव डालता है और इसका रूप बदल जाता है।