गढ़वा। झारखण्ड के गढ़वा जिला के नगरउंटारी थाना क्षेत्र में डायन-बिसाही का ख़ौफ़नाक घटना सामने आया है।एक महिला की बलि चढ़ाये जाने का मामला प्रकाश में आया है।बताया गया है कि जीभ व बच्चेदानी काटकर सगी बहन की बलि चढ़ा दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गयी है।यह मामला मंगलवार (21 जून 2022) को दोपहर में नगरउंटारी के वार्ड संख्या-छह के उरांव टोला में डायन-बिसाही को लेकर गुड़िया देवी (26) की सगी बहन ललिता देवी ने अपने पति दिनेश उरांव के साथ मिलकर गुड़िया की बलि चढ़ा दी।कथित तौर पर गुड़िया की बहन ललिता और बहनोई दिनेश उरांव ओझा-गुनी का काम करते थे।बताया गया है कि बलि देने से पहले गुड़िया देवी की जीभ काटी गयी और उसके बाद उसकी बच्चेदानी और अंतड़ी काटकर निकाली गयी।गुड़िया देवी तड़पती रही, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। तड़प-तड़प कर गुड़िया की मौत हो गयी। ललिता देवी एवं दिनेश उरांव मेराल थाना क्षेत्र के दलेली गांव के रहनेवाले है़ं घटना के बाद शव को रंका थाना के खुरा गांव में उसी दिन शाम को जला दिया गया़।
इधर गुड़िया के पति मुन्ना उरांव और उसकी देवरानी उषा देवी ने पुलिस को बताया कि उनके पड़ोसी रामशरण उरांव उर्फ गोटा ने अपने घर में खप्पर बैठाने (एक तरह की तांत्रिक क्रिया) करने के लिए ललिता देवी एवं दिनेश उरांव को दलेली गांव से बुलाया था़ चार दिनों से रामशरण के यहां तांत्रिक क्रिया चल रही थी़ कथित रूप से खप्पर बैठाने के बाद बलि देने की प्रथा है़।तांत्रिक क्रिया के चौथे दिन तंत्र-मंत्र के लिए ललिता देवी ने गुड़िया को सपरिवार रामशरण उरांव उर्फ गोटा के घर पर बुलाया। गुड़िया के साथ उसका पति मुन्ना उरांव, गोतनी उषा देवी, सास सूजी देवी भी वहां गयी। वहां पहुंचने के बाद गुड़िया देवी अचानक झूमने लगी़ लोगों ने सोचा कि तांत्रिक क्रिया की वजह से वह झूम रही है़।इसी दौरान ओझा ललिता देवी ने सबके सामने गुड़िया के मुंह में हाथ डालकर उसकी जीभ खींची और धारदार हथियार से काट दिया़ गुड़िया तड़पने लगी,तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया। इसके बाद उसकी बच्चेदारी और अंतड़ी निकाल लिये।इससे गुड़िया देवी की मौत हो गयी़।मौत के बाद आनन-फानन में दोनों गुड़िया के शव को लेकर मायके रंका के खुरा गांव चले आये और वहां जंगल में शव को जला दिया।
वहीं गुड़िया की देवरानी उषा देवी ने बताया कि उसने अपनी जेठानी को प्रताड़ित करने का विरोध किया था़।तब झूमते हुए गुड़िया ने ही उस पर लाठी से वार कर दिया। इसकी वजह से वह (उषा) बेहोश हो गयी।जब वह होश में आयी, तब तक घटना घट चुकी थी।उसने बताया कि सब कुछ उसकी आंखों के सामने हुआ. वह काफी डरी-सहमी थी।इसलिए किसी से कुछ नहीं बताया।
काफी कुरेदने पर उषा देवी ने बताया कि वह रामशरण उरांव के घर नहीं जा रही थी। गुड़िया देवी ही जबरन उसे और उसके पति शंभू उरांव को ले गयी थी। उसने बताया कि जेठानी की मौत के दौरान जब उसने इसका विरोध किया, तो उसे भी बुरी तरह से मारा-पीटा गया।ओझा ललिता देवी पटककर उसके (उषा देवी) के सीने पर चढ़ गयी और गला दबाने लगी़ उसने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचायी।
इधर तंत्र-मंत्र के चक्कर में महिला की बलि देने की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार रविवार को उरांव टोला पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू की। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने मृतका के पति मुन्ना उरांव एवं रामशरण उरांव उर्फ गोटा के दो पुत्र व दो पुत्रवधुओं सहित 5 लोगों को हिरासत में लिया है।पुलिस सभी लोगों से पूछताछ कर रही
बताया गया कि रामशरण उरांव उर्फ गोटा,जिसके घर में तंत्र-मंत्र करने के लिए ललिता देवी व दिनेश उरांव आये थे,वह अवैध शराब की बिक्री करता है़ घटना के बाद से वह फरार है।
जानकारी मिली है कि इस घटना के बाद का एक पहलू यह भी सामने आया है कि घटना के बाद इस मामले को लेकर गांव में एक पंचायत भी हुई थी इसमें वार्ड सदस्य का पति योगेश उरांव भी मौजूद था़ पंचायती में मामले को दबाने के लिए कहा गया था़ बताया गया बैठक में उपस्थित वार्ड पार्षद के पति योगेश उरांव ने ही मामले को दबा देने की सलाह दी थी।अब मामला प्रकाश में आने के बाद योगेश इससे इंकार कर रहा है।योगेश ने कहा कि घटना के बाद परिवार में आपस में झंझट होने लगा, तो पंचायत के लिए बैठक हुई थी। उक्त बैठक में मृतका गुड़िया देवी के पति मुन्ना उरांव ने श्राद्ध के बाद सब कुछ बताने और मामले को आगे बढ़ाने की बात कही थी़ वार्ड पार्षद के पति ने कहा कि जब मृतका के पति मुन्ना ने ही आगे कदम नहीं बढ़ाया और श्राद्ध के बाद सब कुछ बताने को कहा, तो उन्होंने भी इसकी सूचना पुलिस को देना उचित नहीं समझा।
अनुसंधान जारी है : एसडीपीओ
इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रमोद केसरी ने कहा कि उरांव टोला में मुन्ना उरांव की पत्नी गुड़िया देवी की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया है।अनुसंधान जारी है।इस संबंध में थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने कहा कि पूछताछ के लिए 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है़ अभी तक किसी ने इस मामले की प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं दिया है।