मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि मंडल मुख्य मंत्री से मिल कर मेमोरंडम दिया.जमीयत उलेमा झारखंड, अंजुमन इस्लामियां, इमारत-ए-शरिया और एदार-ए-शरिया के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर 10 जून को रांची में हुई हिंसा में जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
रांची गोली कांड की न्यायिक और निष्पक्ष जांच, गोली चलाने और आदेश देने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की बर्खास्तगी और कानूनी कार्रवाई, मारे गये दोनों युवकों के परिवार को उचित मुवाआज सरकारी नौकरी की मांग को लेकर विभिन्न धार्मिक व समाजिक संगठनों के उच्च स्तरीय कमिटी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिला और मांग पत्र सौंपा।
मुख्यमंत्री ने सभी मांगो को गम्भीरता पूर्वक सुनने के पश्चात कहा कि जो घटना घटी वो निंदनीय है पुरे घटनाक्रम पर मेरी नज़र है,
उनहोंने 10 हजार अज्ञात लोगों पर पुलिस की प्रथामिकी पर चिंता जताते हुए सभी मांगो पर न्यायउचित कार्रवाई का भरोसा दिया।
प्रतिनिधि मंडल ने माननीय मुख्य मंत्री को एक सीडी भी दिया है,
इस मौके पर एदार ए शरीया झारखंड के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, इमारत ए शरिया के मुफ्ती अनवर कासमी, एदारे ए शरिया के काजीए शरीयत मुफ्ती फैजुल्लाह मिसबाही,
मुफ्ती शहाबुद्दीन, हाईकोर्ट के वरीय अधिवक्ता मोखतार खान,अंजुमन इस्लामिया के सदर अबरार अहमद, एस अली,
डां असलम परवेज आदि शामिल थे।