जिस सहायक अध्यापक का प्रमाण पत्र जांच नहीं हुआ है वे आकलन में नहीं बैठ पाएंगे।
रविवार को जामताड़ा के गांधी मैदान में झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ की बैठक जिला अध्यक्ष सब्बीर अंसारी की अध्यक्षता में हुई वहीं मंच का संचालन शमीम अंसारी ने की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ के प्रदेश प्रधान सचिव सुमन कुमार मौजुद थे ।बता दें कि बैठक का मुख्य उद्देश्य सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्रों की जांच के विषय में चर्चा किया और उस बिंदु पर निर्णय लिया गया।इस बैठक को संबोधित करते हुए सुमन कुमार ने कहा सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्रों की जांच हेतु सहायक अध्यापक ने सदैव सरकार और पदाधिकारियों को सहयोग किया । प्रमाण पत्रों के जांच के नाम पर शिक्षा विभाग ने चार -चार बार शुल्क के रुप में बैंक ड्राफ्ट जमा किया गया,उसके बाद भी सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्रों का जांच नहीं हुआ जो सीधे विभागीय अधिकारियों की अकर्मण्यता को दिखलाता है । इसलिए प्रमाण पत्रों की जांच नहीं होने में सीधे पदाधिकारी दोषी है । अब आकलन परीक्षा विभाग द्वारा 17 जुलाई को लेने का पत्र जारी किया गया है। जिसमें आकलन के पहले प्रमाण पत्रों की जांच होना आवश्यक है जिस सहायक अध्यापक का प्रमाण पत्र जांच नहीं हुआ है वे आकलन में नहीं बैठ पाएंगे।इस तुगलकी फरमान का झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ विरोध करता है क्योंकि प्रमाण पत्रों की जांच नहीं होना सारा दोष विभाग का है ।इसलिए विभाग के दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई हो और आकलन मे सभी प्रशिक्षित सहायक अध्यापकों को आकलन परीक्षा में बैठने की स्वीकृति सरकार और विभाग दे, नहीं तो झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा ।साथ ही नियमावली में वार्ता में सहमति के बावजुद सेवा पुस्तिका ,सीटेट ,ईपीएफ आदि का शामिल नहीं हुआ। जिसे यथाशीघ्र इसे नियमावली में शामिल कर सहायक अध्यापकों को सरकार लाभ दे ।सीटेट नियमावली में शामिल था लेकिन एक षड़यंत्र के तहत सीटेट को नियमावली से हटा दिया गया । झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ सरकार से मांग करती है कि नियमावली में सीटेट को शामिल किया जाय नहीं तो संघर्ष जारी रहेगा । इस बैठक में जिला के महासचिव तापस राय,अजित सिंह ,जिला कोषाध्यक्ष, इरफान अंसारी ,संगठन,रंजीत महतो , मंत्री ,जिला उपाध्यक्ष इफ्तिखार आलम , जामताड़ा प्रखण्ड अध्यक्ष शमीम अंसारी ,प्रखण्ड सचिव ,सुबोध मोदी करमाटांड़, दिलीप मंडल ,मुख्तार अंसारी, विश्वनाथ म़डल,सुप्रिय सरकार ,मो.मुस्ताक अंसारी , परमानन्द भंडारी ,परिमल मिश्रा, देवनारायण मंडल,निर्मल हेमब्रम,सुनील कुमार गुप्ता ,देवन्ती देवी ,रंजुका कुमारी , ज्योत्स्ना बास्की ,कल्पना दास,अंजना खातुन,अंचित बोल,बासुदेव सरकार आदि सैकड़ों सहायक अध्यापक शामिल थे।
जिस सहायक अध्यापक का प्रमाण पत्र जांच नहीं हुआ है वे आकलन में नहीं बैठ पाएंगे।
रविवार को जामताड़ा के गांधी मैदान में झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ की बैठक जिला अध्यक्ष सब्बीर अंसारी की अध्यक्षता में हुई वहीं मंच का संचालन शमीम अंसारी ने की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ के प्रदेश प्रधान सचिव सुमन कुमार मौजुद थे ।बता दें कि बैठक का मुख्य उद्देश्य सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्रों की जांच के विषय में चर्चा किया और उस बिंदु पर निर्णय लिया गया।इस बैठक को संबोधित करते हुए सुमन कुमार ने कहा सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्रों की जांच हेतु सहायक अध्यापक ने सदैव सरकार और पदाधिकारियों को सहयोग किया । प्रमाण पत्रों के जांच के नाम पर शिक्षा विभाग ने चार -चार बार शुल्क के रुप में बैंक ड्राफ्ट जमा किया गया,उसके बाद भी सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्रों का जांच नहीं हुआ जो सीधे विभागीय अधिकारियों की अकर्मण्यता को दिखलाता है । इसलिए प्रमाण पत्रों की जांच नहीं होने में सीधे पदाधिकारी दोषी है । अब आकलन परीक्षा विभाग द्वारा 17 जुलाई को लेने का पत्र जारी किया गया है। जिसमें आकलन के पहले प्रमाण पत्रों की जांच होना आवश्यक है जिस सहायक अध्यापक का प्रमाण पत्र जांच नहीं हुआ है वे आकलन में नहीं बैठ पाएंगे।इस तुगलकी फरमान का झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ विरोध करता है क्योंकि प्रमाण पत्रों की जांच नहीं होना सारा दोष विभाग का है ।इसलिए विभाग के दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई हो और आकलन मे सभी प्रशिक्षित सहायक अध्यापकों को आकलन परीक्षा में बैठने की स्वीकृति सरकार और विभाग दे, नहीं तो झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा ।साथ ही नियमावली में वार्ता में सहमति के बावजुद सेवा पुस्तिका ,सीटेट ,ईपीएफ आदि का शामिल नहीं हुआ। जिसे यथाशीघ्र इसे नियमावली में शामिल कर सहायक अध्यापकों को सरकार लाभ दे ।सीटेट नियमावली में शामिल था लेकिन एक षड़यंत्र के तहत सीटेट को नियमावली से हटा दिया गया । झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ सरकार से मांग करती है कि नियमावली में सीटेट को शामिल किया जाय नहीं तो संघर्ष जारी रहेगा । इस बैठक में जिला के महासचिव तापस राय,अजित सिंह ,जिला कोषाध्यक्ष, इरफान अंसारी ,संगठन,रंजीत महतो , मंत्री ,जिला उपाध्यक्ष इफ्तिखार आलम , जामताड़ा प्रखण्ड अध्यक्ष शमीम अंसारी ,प्रखण्ड सचिव ,सुबोध मोदी करमाटांड़, दिलीप मंडल ,मुख्तार अंसारी, विश्वनाथ म़डल,सुप्रिय सरकार ,मो.मुस्ताक अंसारी , परमानन्द भंडारी ,परिमल मिश्रा, देवनारायण मंडल,निर्मल हेमब्रम,सुनील कुमार गुप्ता ,देवन्ती देवी ,रंजुका कुमारी , ज्योत्स्ना बास्की ,कल्पना दास,अंजना खातुन,अंचित बोल,बासुदेव सरकार आदि सैकड़ों सहायक अध्यापक शामिल थे।