देवघर राज्य का पहला एयरपोर्ट होगा, जहां से भविष्य में विदेशों के लिए भी सीधी उड़ान सेवाएं शुरू की जा सकेंगी.
रांची: झारखंड के देवघर में आगामी 15 जुलाई से शुरू होने वाले विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले के पहले वहां के नवनिर्मित इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू हो जायेंगी. इसके उदघाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने देवघर आयेंगे. यह झारखंड का पहला इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, लेकिन पहले फेज में यहां से डोमेस्टिक फ्लाइट की सेवाएं शुरू की जायेंगी.
विदेशों के लिए होगी सीधी उड़ान
पूरे राज्य में फिलहाल मात्र रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से नियमित घरेलू उड़ान सेवाएं संचालित हो रही हैं. देवघर राज्य का पहला एयरपोर्ट होगा, जहां से भविष्य में विदेशों के लिए भी सीधी उड़ान सेवाएं शुरू की जा सकेंगी. डीजीसीए (डायरेक्टर जेनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने देवघर एयरपोर्ट को डोमेस्टिक उड़ानों के लिए बीते 11 अप्रैल को ही लाइसेंस जारी कर दिया है. इसके बाद बीते 8 जून को इस एयरपोर्ट से इंडिगो की एयर बस-320 ने ट्रायल के तौर पर उड़ान भरी. 180 सीटर इस विमान के लैंडिंग और टेकऑफ का टेकऑफ सफल रहा. देवघर एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप ढींगरा ने बताया है कि यहां से पहले दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू और रांची के लिए नियमित उड़ान सेवा शुरू होगी. इसके लिए इंडिगो (Indigo) और स्पाइसजेट (Spicejet) ने अपनी तरफ से अप्रूवल दे दिया है. एयर एशिया समेत अन्य विमानन कम्पनियों ने भी देवघर एयरपोर्ट से अपनी सेवाएं देने की इच्छा जाहिर की है.
400 करोड़ रुपए की लागत से एयरपोर्ट का निर्माण
इस एयरपोर्ट का निर्माण लगभग 400 करोड रुपए की लागत से किया गया है. इसमें 50 फीसदी अंशदान डीआरडीओ का है. जाहिर है, यह हवाई अड्डा सामरिक नजरिए से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगा. एयरपोर्ट की इमारत पर यहां के विश्वप्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर (Baidyanath Temple) की प्रतिकृति बनायी गयी है. इस पर ब्रास से पंचशूल बनाया गया है, जो दूर से ही दिखता है. ऐसा ही पंचशूल बाबा बैद्यनाथ मंदिर में भी है.