लखनऊ में नाबालिग बेटे द्वारा मां की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है. हत्या की इकलौती चश्मदीद यानी आरोपी लड़के की बहन ने कहा कि भैया रात में 2:00बजे मुझे कमरे में बंद करके किसी से मिलने गया था.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नाबालिग बेटे द्वारा मां की हत्या के मामले में हर रोज नया खुलासा हो रहा है. बताया जा रहा है कि महिला की हत्या पर किसी तीसरे सदस्य की पल-पल नजर थी. हत्या के बाद आरोपी लड़का रात 2 बजे स्कूटी लेकर उस शख्स से मिलने गया था, जिसकी इस हत्या पर पूरी नजर थी.
इसका खुलासा हत्या की इकलौती चश्मदीद यानी आरोपी लड़के की बहन ने किया है. मां की हत्या के बाद देर रात तकरीबन 2:00 बजे बेटा स्कूटी लेकर किसी से मिलने गयऔर इस पूरी घटना की जानकारी दी. बहन ने परिजनों को बताया, ‘भैया रात में 2:00 बजे मुझे कमरे में बंद करके किसी से मिलने गया था.’ परिवार के एक रिश्तेदार के मुताबिक, मां के खिलाफ बेटे में नफरत भरी गई और हर बात पर पिता अपने नाबालिग बेटे को सपोर्ट करते थे, लड़का गलती करता था तो मां मां के खिलाफ बेटे में नफरत भरी गई और हर बात पर पिता अपने नाबालिग बेटे को सपोर्ट करते थे, लड़का गलती करता था तो मां डांटती थी लेकिन पिता उसको सपोर्टसपोर्ट करता था. रिश्तेदारों के मुताबिक, बेटे को साजिश के तहत आगे लाया गया और नफरत इस कदर थी कि उसने इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया. ‘मां की हत्या के पीछे साजिशकर्ता कोई और’ रिश्तेदारों ने कहा कि मां की हत्या के पीछे साजिशकर्ता कोई और है, जल्दी हम उसको सामने लेकर आएंगे. इससे पहले आरोपी लड़के से पूछताछ करने वाली उत्तरप्रदेश बाल संरक्षण आयोग की टीम ने कहा था, ‘लड़के से पूछे गए सवालों के जवाबों से संदेह हो रहा कि बच्चा मां को मार सकता है.’ ‘लड़के से पूछे गए सवालों के जवाबों से संदेह हो रहा कि बच्चा मां को मार सकता है.’ ‘कभी मां को मार नहीं सकता बेटा’
अब बाल संरक्षण आयोग की रिसर्च विंग इस केस की तफ्तीश कर मुख्य आरोपी को तलाश करेगी. अभी तक पूछताछ में बच्चे द्वारा हत्य.किए जाने पर आयोग की टीम ने संदेह जताया है. बाल संरक्षण आयोग की सदस्य सूच्चिता के मुताबिक, ‘बच्चे का बार-बार अपनी मां के प्रति झुकाव था और वह कभी मांको मार नहीं सकता है.’ बाल संरक्षण आयोग की सदस्य सूच्चिता ने कहा, ‘बच्चा लड़ तो सकता है, बच्चा नाराज होकर घर से जा सकता है, लेकिन विदेशी पिस्टल से गोली चलाई, इसके पीछे की वज साफ नहीं हो रही है, संदेह हो रहा है कि इसमें कोई तीसरा भी है.’ पहली बार रिसर्च टीम करेगी मामले की तहकीकात
सूच्चिता ने कहा कि हमारी रिसर्च विंग इस बच्चे के केस को हैंडल करेगी, जिसमें 2 साइकोलॉजिस्ट, 2 अधिवक्ता, 22 डॉक्टर और 2 बाल सरंक्षण आयोग के लोग आमने सामने बैठ कर एनालाइज करेंगे, पहली बार हमने किसी केस में रिसर्च विंग लगाई गई है, क्योंकि यह केस काफी पेचिंदा है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है.