Friday, November 1, 2024

Latest Posts

कोरोना की पहली लहर के दौरान मिला था पैरोल, नहीं किया था समर्पण, बड़ी वारदात को देने वाला था अंजाम, पुलिस ने पकड़ा|

कोरोना की पहली लहर के दौरान मिला था पैरोल, नहीं किया था समर्पण, बड़ी वारदात को देने वाला था अंजाम, पुलिस ने पकड़ा|

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पालम गांव में हुई हत्या के मामले में फरार चल रहे सजायाफ्ता प्रमोद वत्स को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के मामले में उसे उम्रकैद की सजा मिल चुकी है। कोरोना की पहली लहर के दौरान इसे कुछ समय के लिए पैरोल मिला था। पैरोल की अवधि समाप्त होने पर उसने समर्पण नहीं किया और अभी फरार चल रहा था। जेल में रहने के दौरान प्रमोद का कुख्यात सुनील मान उर्फ टिल्लू समेत कई बड़े बदमाशों के साथ जान पहचान हो गई थी।उन्होंने प्रमोद को किसी वारदात को अंजाम देने के लिए कहा था। इसलिए, उसने समर्पण नहीं किया था और निर्देश मिलने का इंतजार कर रहा था। हत्या के मामले में आजीवन कैद की सजा पाए प्रमोद के बारे में क्राइम ब्रांच को सूचना मिली। वह चंदर विहार, पालम एक्सटेंशन सेक्टर सात, द्वारका का रहने वाला है। उसे दबोचने का काम क्राइम ब्रांच के एंटी गैंग स्क्वायड को सौंपा गया था। 12 जून को क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली कि प्रमोद कुछ लोगों से मिलने के लिए पालम गांव आने वाला है। एसीपी रमेश लांबा व इंस्पेक्टर सत्यवीर यादव के नेतृत्व में एसआइ अरविंद, एएसआइ रंधावा, राजबीर की टीम ने उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ में प्रमोद ने बताया कि वह सुनील उर्फ टिल्लू, नवीन उर्फ बाली और संदीप उर्फ ढिल्लू सहित जेल में कुछ हार्ड कोर गैंगस्टरों के संपर्क में आया था, जो विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं। पैरोल पर रिहा होने से पहले इन गैंगस्टरों ने उसे बाहर से संपर्क में रहने और किसी काम के लिए इंतजार करने को कहा था। इसके खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं। दरअसल जेल में रहने के दौरान सभी बदमाश एक दूसरे के संपर्क में आ जाते हैं, उनकी दोस्ती भी हो जाती है। इसके बाद जो बाहर आ जाता है वो जेल में अंदर बंद कैदी के इशारे पर कुछ काम को अंजाम देता है जिससे उसकी मार्केट बनी रहे।

Latest Posts

Don't Miss