झारखंड के देवघर के विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला कोरोना के कारण दो वर्षों बाद इस साल लगने वाला है. इस मेले में कांवड़ियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए बिहार सरकार प्रत्येक उपाय कर रही है. बांका जिला प्रशासन इस बार श्रावणी मेला में आने वाले कांवड़ियों को मेला से संबंधित तमाम जानकारी मोबाइल एप्प पर उलब्ध कराने की तैयारी में जुटा है.
मोबाइल एप पर कांवड़ियों को रास्ते की सारी सुविधा और व्यवस्था की जानकारी एक क्लिक में मिलेगी. बांका जिला प्रशासन व बिहार पर्यटन विभाग मिलकर यह एप लांच करेगा. भगवान शंकर के लिए पवित्र माने जाने वाले सावन महीने में करीब 35 से 40 लाख श्रद्धालु बिहार के सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर पैदल 105 किलोमीटर चलकर बाबाधाम, देवघर पहुंचते हैं.
इस रास्ते का सबसे अधिक हिस्सा करीब 55 किलोमीटर बांका जिला में है.
मेला में कांवड़ियों की सुविधा के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं. इसी के तहत जिला प्रशासन एक मोबाइल एप की तैयारी में जुटा है. बांका के जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने बताया कि कांवड़ियों के लिए मोबाइल एप की तैयारी की जा रही है.
इस मोबाइल एप्प के माध्यम से बांका जिले में कांवड़ियों के लिए उपलब्ध सारी सुविधा का डेटा उपलब्ध होगा. इसमें धर्मशाला, पेयजल, स्नानागार, शौचालय, अस्पताल, मेडिकल स्टोर, कंट्रोल रूम, पुलिस कैंप, मेडिकल कैंप सहित अन्य सुविधा की जानकारी होगी. इस वर्ष एक महीने तक चलने वाला श्रावणी मेला 14 जुलाई से शुरू होने वाला है.भागलपुर के आयुक्त दयानिधान पाण्डेय ने मंगलवार को भागलपुर और बांका जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर श्रावणी मेले की तैयारियों की समीक्षा भी की है. बैठक में कांवड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति करने, नियंत्रण कक्ष भी बनाने के निर्देश दिए हैं. मेला क्षेत्र में 24 घंटे बिजली व्यवस्था और कांवड़ियों के लिए हर हाल में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना निश्चित करने की बात कही गई.
(आईएएनएस)