भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा देवघर में दिए बयान को संघीय ढांचे पर प्रहार बताया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को इस प्रकार के बयान से बचना चाहिए। मोदी सरकार ने देवघर की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण कराया। लेकिन राज्य सरकार एक एप्रोच रोड बनाने की जिम्मेवारी अबतक पूरी नहीं कर पाई है।
उन्होंने कहा कि देवघर एयरपोर्ट न केवल तीर्थयात्रियों, बल्कि देवघर एम्स के लिए भी अति महत्वपूर्ण है। देवघर एम्स में पूरे विश्व से अच्छे चिकित्सक मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। इससे न सिर्फ संथालपरगना के लोग लाभान्वित होंगे, बल्कि पड़ोसी राज्यों के लोग भी लाभान्वित होंगे। परंतु दुर्भाग्य की बात है कि मुख्यमंत्री अपनी पीठ तो थपथपाने की कोशिश करते हैं, लेकिन अपनी जिम्मेवारी से भागते हैं। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में संथालपरगना लूट और भ्रष्टाचार का केंद्र बना हुआ है। खनिज और प्राकृतिक संसाधन की तस्करी और अवैध उत्खनन हो रहा। मुख्यमंत्री अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहते हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को संवैधानिक जानकारी नहीं
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के द्वारा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम को लेकर चुनाव आयोग में की गई शिकायत एवं उनके बयान पर दीपक प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को थोड़ी संवैधानिक जानकारी रखनी चाहिए। अंधेरे में तीर चलाने से अच्छा होता कि झामुमो व कांग्रेस के नेता कुछ अध्ययन करके बोलते। दीपक प्रकाश ने कहा कि चुनाव आयोग के आदेशों से स्पष्ट है कि आचार संहिता सिर्फ उपचुनाव क्षेत्र में ही प्रभावी होगी। राज्य की राजधानी में यह प्रभावी नहीं है। सत्ताधारी अपनी नाकामियों से बौखलाए हुए हैं। विनाशकाले विपरीत बुद्धि वाली कहावत इन पर पूरी तरह चरितार्थ हो रही है।