झारखंड की राजधानी रांची से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर रिंग रोड पास के इलाके में डंपिंग यार्ड बनाया गया है. आंकड़े की बात करें तो प्रतिदिन यहां 600 टन के करीब कचरा डंप किया जाता है. इस कारण कई कचरे के पहाड़ बन गये हैं. नगर निगम के तरफ से शहरों में जगह-जगह पर गीले व सूखे कचरे के लिए डस्टबीन रखा गया है. इतना ही नहीं करीब 30 प्रतिशत कचरे मेडिकल वेस्ट होते हैं जबकि इसका भी निष्पादन अलग तरीके से करना चाहिए. बता दें कचरे के निष्पादन होने की वजह से पास के इलाके में रहने वाले लोगों का भी बुरा हाल है. ग्रामीणों ने बताया इस डंपिंग यार्ड से बहुत ही बदबू आती है. दिन में भी खाना खाने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना होता है. फिर नगर निगम के द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया जाता है. कचरे की ढेर से जल भी प्रदूषित हो गया है. डंपिंग यार्ड में एक वृद्धा मिली जिसे बेटे-पतोहू घर से निकाल दिया है और एक नाबालिग बच्चे को मां-बाप छोड़कर चले गये, परन्तु वे उस डंपिंग यार्ड में कचरा बीनकर बाजारों में बेचने के मिले पैसे से अपना पेट चला रहे हैं