मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर मानव तस्करी की शिकार झारखंड के खूंटी जिले की सात बच्चियों, गिरीडीह जिले की दो बच्चियों और एक बालक को दिल्ली से मुक्त कराकर शुक्रवार को ट्रेन से यहां लाया गया।
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक ए. डोडे ने निर्देश दिया है कि जिस भी जिले के बच्चों को राज्य के बाहर से मुक्त कराकर लाया जाता है उस जिले के जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा बच्चियों एवं बच्चों को वापस अपने जिले में पुनर्वासित किया जाएगा।
इसी कड़ी में गिरीडीह जिले की जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेम्बम एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अहमद अली द्वारा पहल करते हुए दिल्ली से मुक्त कराकर गिरिडीह के तीन बच्चों और खूटी की सात बच्चियों को दिल्ली से आज यहां लाया गया।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में मुक्त करायी गई बच्चियों को दलाल के माध्यम से वहां ले जाया गया था। झारखंड में ऐसे दलाल सक्रिय हैं जो छोटी बच्चियों को अच्छी जिंदगी जीने का लालच देकर उन्हें दिल्ली लाते हैं और विभिन्न घरों में उन्हें काम पर लगाने के बहाने बेच देते हैं|