1965 में भारत पाकिस्तान से जंग में लोहा मनवा चुके 84 साल के सेवानिवृत्त मेजर केएस ढिल्लों ने मंगलवार को एक और बहादुरी का काम कर लोगों के लिए एक मिसाल कायम की। उन्होंने खुद ही अस्पताल में पहुंचकर कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण करवाया।
डीसी गिरीश दियालन ने उनके प्रयास की सराहना की है। साथ ही जांबाज मेजर की तस्वीर भी अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की है। डीसी ने बताया कि टीका लगवाने के बाद मेजर पूरी तरह तंदुरुस्त हैं। उनकी इस बहादुरी से अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए और बिना देरी किए टीकाकरण करवाना चाहिए। डीसी ने यह भी कहा कि महामारी के संबंध में झूठी या गलत अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
फेस सात निवासी सेवानिवृत्त मेजर केएस ढिल्लों 1965 में पाकिस्तान से जंग लड़ चुके हैं। उन्होंने युद्ध में भारतीय सेना के टैंकों की टुकड़ी की अगुवाई की थी। इस जंग में वह बुरी तरह जख्मी हो गए थे। इतना ही नहीं उन्होंने चौथी स्टेज पर कैंसर और अन्य बीमारियों को भी मात दी है। अब फोर्टिस अस्पमाल में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण कराकर अपनी जीवटता का परिचय दिया है।
बिना डरे टीकाकरण अभियान में शामिल हों लोग
डीसी ने बताया कि जिले में अब तक 5,633 सेहत कर्मचारी, 3816 फ्रंट लाइन मुलाजिम और 45 से 60 की उम्र के 57 लोग और 60 से अधिक 423 लोग कोरोना का टीका लगवा चुके हैं। डीसी ने कहा कि नागरिकों का फर्ज बनता है कि वह बिना किसी डर के कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस ऐसी बीमारी है, जिससे दुनिया में लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस दवाई से डरने की कोई जरूरत नहीं है।