हरियाणा, संयुक्ता किसान मोर्चा और टिकैत की भावनात्मक अपील ने भी जींद के किसानों को प्रभावित किया है। जींद के दो दर्जन से अधिक गांवों में पंचायतें जारी हैं। जिसमें चंदा एकत्र कर किसान आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया जा रहा है। उसी गांव चूहरपुर के किसानों ने जींद चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया।
जाम किए गए किसानों ने कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन सरकार के इशारे पर इस आंदोलन को विफल करने के लिए कुछ छेड़छाड़ की गई। जिसमें किसान और पुलिसकर्मी अनावश्यक रूप से घायल हो गए। किसानों ने सर्वसम्मति से मांग की कि तीनों कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए।
जब तक इस कानून को रद्द नहीं किया जाता, तब तक उनका आंदोलन रुकने का नाम नहीं लेगा। अब, अगर कोई किसान नेताओं को आदेश देता है, तो किसान जवाब देंगे। जाम की सूचना मिलने पर अलेवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लगभग 1 घंटे के संघर्ष के बाद जाम को खुलवाया। वहीं उचाना के खट्टर टोल प्लाजा और नरवाना इलाके के बड़वौदल टोल प्लाजा पर किसान यूनियनों का विरोध प्रदर्शन जारी है।